चित्रकूट भगवान श्रीराम और नानाजी की तपोभूमि-मुख्यमंत्री⚡
सतना 1 अगस्त 2024/मुख्यमंत्री Dr Mohan Yadav ने चित्रकूट में लाडली बहना उत्सव का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्षाबंधन का त्योहार तो 19 अगस्त को मनाया जायेगा। लेकिन पूरे सावन हम त्योहार मनायेंगे। बहनों को स्नेह और आषीर्वाद प्राप्त करने के लिए हर जिले में उत्सव आयोजित किये जायेंगे। प्रदेश भर में 10 अगस्त को सभी लाडली बहनों के खाते में सिंगल क्लिक से 1250 रूपये तथा रक्षाबंधन के उपहार के रूप में 250 रूपये अधिक अतिरिक्त दिये जायेंगे। सावन का महीना उत्सव का महीना है बहनें प्रेम के साथ भाईयों को राखी बांधकर स्नेह देती है। आज बहनों ने विशाल राखी बांधकर राखी के पहले ही मुझे रक्षाबंधन का आनंद दे दिया है। हमारे देश के त्योहार और पर्व एक-दूसरे को आपस में जोड़ते है। पूरी दुनिया भारत के पर्व को देखकर दंग रहती है। हमारे ऋषियों ने समाज में प्रेम और सदभाव बनाये रखने के लिए हजारो वर्ष पूर्व त्योहार की परंपरा शुरू की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चित्रकूट भगवान राम और नानाजी देषमुख की तपोभूमि है। भगवान राम और परम भक्त भरत जी के पवित्र मिलन से उपजें प्रेम के आषुओं से चित्रकूट की धरा अभिसिंचित है। चित्रकूट के चहुमुखी विकास के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। नानाजी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के आदर्षों के अनुरूप वंचितों और विकास की कतार में खडे अंतिम व्यक्ति तक षासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है। लाडली बहना योजना से लाभान्वित बहनों और उज्जवला योजना से गैस कनेक्षनधारी बहनों को गैस सिलेण्डर रिफिल कराने पर 450 रूपये का अनुदान दिया जायेगा। प्रदेष भर में विकास के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। शीघ्र ही रीवा में क्षेत्रीय इन्वेस्टर समिति का आयोजन किया जायेगा। इससे इस पूरे क्षेत्र में बडी मात्रा में निवेष का अवसर निवेषकों को मिलेगा तथा क्षेत्रीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को चित्रकूट में जगह-जगह पर की गई पार्किग के नाम पर की जा रही अवैध वसूली तत्काल बंद कराने के निर्देष दिये। कार्यक्रम में लाडली बहनों ने 30 फीट की राखी अपने लाडले भइया मुख्यमंत्री को सौंपी। उन्होंने मुख्यमंत्री को स्थानीय बघेली में लिखी आभार स्नेह पाती भी भेंट की।
समारोह में नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने चित्रकूट में लाडली बहना योजना के हितग्राहियों के सम्मेलन में षामिल होने के लिए मुख्यमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया। राज्यमंत्री ने कहा कि लाडली बहना योजना की बहनों को 1250 रूपये के साथ-साथ राखी के त्योहार के लिए मुख्यमंत्री 250 रूपये का उपहार दे रहे हैं। समारोह में सांसद श्री गणेश सिंह ने कहा कि लाडली बहना योजना की पूरे देश में चर्चा है। कई लोग योजना के बंद होने की अफवाह फेला रहे थे। लेकिन मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश की सरकार लाडली बहना योजना सहित सभी योजनाओं को पूरी दृढता से लागू कर रही है। सतना जिले की 3 लाख 84 हजार 259 बहनों को लाडली बहना योजना से 9 करोड 61 लाख रूपये की राषि उनके बैंक खातों में दी गई है। भगवान राम की पावन धरा चित्रकूट में रामवन पथ गमन योजना से विकास कार्य षुरू हो गये हैं। चित्रकूट में जियो पार्क का निर्माण किया जायेगा। चित्रकूट को अयोध्या की तरह विकसित किया जायेगा। समारोह में विधायक चित्रकूट श्री सुरेन्द्र सिंह गहरवार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि जिन बहनों की कोई सुध नहीं लेता। उनका भी ध्यान मुख्यमंत्री रख रहे हैं। श्री गहरवार ने गुप्त गोदावरी धाम की व्यवस्थाओं में सुधार का सुझाव दिया।
मुख्यमंत्री ने चित्रकूट पहुंचकर एक पेड मां के नाम वृक्षारोपण अभियान के तहत दीनदयाल शोध संस्थान के उद्यमिता परिसर में फलदार पौधे रोपित किये। इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 131 करोड रूपये की लागत के निर्माण कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया। समारोह में मुख्यमंत्री ने लाडली लक्ष्मी योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, मुख्यमंत्री उद्यम क्रान्ति योजना के हितग्राहियों को हितलाभ का वितरण किया। मुख्यमंत्री ने कन्या पूजन करके बेटियों का सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने समारोह स्थल में लगाई गई आजीविका परियोजना की प्रदर्षनी का अवलोकन भी किया।
समारोह में विधायक मैहर श्रीकांत चतुर्वेदी, जिला पंचायत अध्यक्ष रामखेलावन कोल, महापौर योगेष ताम्रकार, स्पीकर राजेश चतुर्वेदी, जनपद अध्यक्ष रेणुका जायसवाल, पूर्व मंत्री श्री रामखेलावन पटेल, नगर पंचायत अध्यक्ष साधना पटेल, डीआरआई के संगठन सचिव अभय महाजन,कमिश्नर बीएस जामोद, आईजी एमएस सिकरवार, कलेक्टर अनुराग वर्मा, पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत संजना जैन, अपर कलेक्टर स्वप्निल वानखडे, एसडीएम जीतेन्द्र वर्मा स्थानीय जनप्रतिनिधिगण तथा बड़ी संख्या में महिलायें उपस्थित रहे।